प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस तरुण अग्रवाल का रविवार को निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे। मुंबई में हुए हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सिर में गहरी चोट लगने के चलते उनकी हालत बिगड़ती गई। पिछले कई दिनों से वह वेंटिलेटर पर चल रहे थे। उनके निधन से अधिवक्ताओं और न्यायिक अधिकारियों में शोक की लहर है।
न्यायाधीश तरुण अग्रवाल का जन्म तीन मार्च 1956 को इलाहाबाद में हुआ था। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक और लॉ डिग्री लेने के बाद उन्होंने हाईकोर्ट में 1983 में वकालत शुरू कर दी। वह सात जनवरी 2004 को इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज बने। 2009 से 2012 तक उत्तराखंड हाईकोर्ट के जज रहे। वहां पर कार्यवाहक चीफ जस्टिस के तौर पर भी काम किया। 2012 में इलाहाबाद हाईकोर्ट वापस आ गए थे।उन्हें 12 फरवरी 2018 को मेघालय उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पद पर पदोन्नत किया गया था। सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड द्वारा प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण मुंबई के पीठासीन अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था।