हनीमून मनाने गए थे मेघालय
इंदौर। मेघालय के शिलांग में 11 दिन से लापता इंदौर के कपल में से पति राजा रघुवंशी का शव बरामद किया गया है। बता दें कि इंदौर के दंपती राजा और सोनम रघुवंशी हनीमून मनाने मेघालय गए थे। यहां दोनों ओसरा हिल्स से 23 मई की शाम के बाद से लापता हो गए थे। तब से अलग-अलग 6 टीमें उनकी सर्चिंग में जुटी है। 11 दिन बाद राजा का शव खाई में से बरामद किया गया है।
राजा के भाई सचिन ने उसका शव मिलने की पुष्टि की है। हाथ पर राजा नाम लिखा है। राजा के दूसरे भाई विपिन ने पहचान की है कि जहां स्कूटर मिली थी, वहीं से करीब 20 से 25 किलोमीटर दूर शव मिला है। वहीं सोनम की अभी तलाश की जा रही है।
हालांकि अभी इस बारे में खुलासा नहीं हुआ है कि राजा की मौत कैसे हुई और वह यहां तक कैसे पहुंचा। मेघालय पुलिस इस मामले में कुछ ही देर बार प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। बता दें कि राजा के भाई विपिन और सोनम के भाई गोविंद सर्चिंग टीम के साथ ही मौजूद हैं।
खराब मौसम से रेस्क्यू में आ रही परेशानी
जिस जगह से दोनों लापता हुए थे, वह गहरी खाई और ऊंची पहाड़ी वाला इलाका है। ऐसे में सर्च ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं। विपिन ने इंदौर में अपने भाई सचिन रघुवंशी को बताया कि वहां के हालात काफी खराब हैं। मौसम पल-पल बदल रहा है। बारिश बहुत कम रुकती है। फिसलन ज्यादा है। ड्रोन की मदद से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। कई बार कोहरे में ड्रोन नहीं उड़ पाता है। मौके पर डॉग भी मौजूद हैं।
सचिन ने बताया कि शिलांग में बारिश और कोहरा है। इसके कारण सर्चिंग में दिक्कत आ रही है। पहाड़ी इलाके में आर्मी ही कुछ कर सकती है लेकिन इसको लेकर किसी तरह की बात नहीं बताई गई है। जो 6 टीमें मिली थीं, वे ही सर्चिंग कर रही हैं।
दूसरी ओर, मेघालय के मंत्री पॉल लिंग्दोह के बयान को लेकर परिजन नाराज हैं। उनका कहना है कि उनकी बातों ने हमें दुखी किया है। अगर एमपी में ऐसी घटना होती है, यहां ऐसा कभी नहीं कहा जाता। मेघालय सरकार को सिर्फ टूरिज्म की चिंता है।
युवक के मर्डर के बाद डरने लगे पर्यटक
मेघालय के पर्यटन मंत्री पॉल लिंग्दोह के बयान को लेकर विपिन ने कहा- एक मंत्री को अपने पद की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए। इस तरह का बयान देना गलत है। यहां एक दिन पहले ही एक हत्या हुई है लेकिन अफसरों और मीडिया ने उसे सामने ही नहीं आने दिया। जनता भी अपराधों को छिपाती है जबकि सबको सभी तरह की जानकारी रहती है।
अब बाहर से आने वाले पर्यटक शाम 6 बजे ही अपने होटलों में जाने लगे हैं। लोगों को अकेले कहीं भी जाने में डर लगता है। वहीं, राजा रघुवंशी के भाई सचिन रघुवंशी ने कहा- मंत्री का पर्यटन को बदनाम करने का आरोप बताता है कि सरकार को सिर्फ टूरिज्म की फिक्र है। पर्यटक की सुरक्षा को लेकर उनका ध्यान ही नहीं है।
जब मंत्री अपने बयान में संवेदनशील जगह पर नहीं जाने की बात कर रहे हैं तो वहां पर ऐसी सूचना लगानी थी। फॉरेस्ट टीम को तैनात कर लोगों को आगे जाने से रोक देना था। वे इस तरह के बयान देकर अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं।