बरेली / गंगापुर । हिस्ट्रीशीटर अपने बेटे के नाम से नकली सॉस बनाने की फैक्टरी चला रहा था। एसपी सिटी मानुष पारीक के नेतृत्व में बारादरी थाना पुलिस ने बृहस्पतिवार रात जुआरियों की तलाश में दबिश दी तो इसका खुलासा हुआ। मौके से भारी मात्रा में नकली सॉस और केमिकल बरामद हुआ है।
इस मामले में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी मुकेश की ओर से बारादरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। मामला रंजीत के खिलाफ दर्ज हुआ है, जिसे नंदनी फूड प्रोडक्ट का मालिक बताया गया है। रंजीत बारादरी थाने के हिस्ट्रीशीटर चंद्रमान का बेटा है। पुलिस चंद्रमान की भी तलाश कर रही है।
एसपी सिटी मानुष पारीक का कहना है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि गंगापुर में एक जगह जुआ और सट्टा खेलाया जा रहा है। सूचना पर बारादरी थाने की टीम ने मौके पर दबिश दी तो जुआरियों में भगदड़ मच गई। इस दौरान हिस्ट्रीशीटर चंद्रमान भी भाग निकला। उसका पीछा करते हुए पुलिस गोदाम तक पहुंची। वहां अवैध फैक्टरी संचालित हो रही थी। वहां टोमैटो सॉस, ग्रीन चिली सॉस, सिरका, सोया सॉस बनाए जा रहे थे।
नंदिनी नाम से मिले फैक्टरी के कागजात- देर रात में खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी अवैध फैक्टरी में पहुंचे और सैंपल लिए। तलाशी में वहां कुछ कागजात मिले। इन पर रंजीत के नाम से नंदिनी फूड प्रोडक्ट नाम की इस फर्म का संचालन दिखाया गया है। शुक्रवार को मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी की शिकायत पर मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।
स्थानीय लोगों से पूछताछ की तो पता लगा कि यह नकली सॉस बनाने की फैक्टरी हिस्ट्रीशीटर चंद्रमान की ही है। फैक्टरी में विभिन्न प्रकार के केमिकल के अलावा बड़े-बड़े कार्टून में रखीं 5100 बोतलें मिलीं। इनमें सॉस भरा था। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां से काफी सस्ते में सॉस शहर के कई फास्ट फूड प्वॉइंट पर सप्लाई किए जाते हैं।
खराब हो सकती है किडनी – वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. राहुल बाजपेई के अनुसार केमिकल युक्त सॉस के सेवन से पाचन क्रिया प्रभावित होती है। इसमें स्वाद के लिए सोडियम, मोनोसोडियम ग्लूटामेट, फाइटेट समेत ज्यादा मात्रा में शुगर का प्रयोग हो सकता है। अगर लंबे समय तक इसका सेवन किया जाए तो किडनी पर दुष्प्रभाव होने लगता है। स्टोन होने पर सही समय पर इलाज न हो तो किडनी फेल भी हो सकती है।