रायपुर। सदन की कार्रवाई शुरू होते ही कांग्रेस के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। वे पीसीसी चीफ दीपक बैज की रेकी और महामंत्री से ईडी की पूछताछ के विषय पर चर्चा करना चाह रहे थे। उमेश पटेल ने यह मुद्दा उठाया। इस पर अध्यक्ष रमन सिंह ने प्रश्न काल के बाद चर्चा की बात कही, लेकिन कांग्रेस विधायकों ने तत्काल चर्चा की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे। इसका भाजपा विधायकों ने भी विरोध कर नारेबाजी की। इसी शोरगुल में स्पीकर ने सदन की कार्रवाई 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र का तीसरा दिन काफी नोकझोंक वाला रहा। सत्तापक्ष के विधायकों के साथ ही विपक्ष ने भी सरकार की जमकर घेराबंदी की। प्रश्नकाल में नेता प्रतिपक्ष डा.चरणदास महंत ने बंद उद्योगों और मजदूरों के मुआवजे के भुगतान को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पंडरिया और कवर्धा के शक्कर कारखाने को सरकार ने पैसे नहीं दिए इसलिए दोनों बंद हो गए हैं। यह कैसी उद्योग नीति है।
वहीं दीपक बैज की रेकी पर बिफरे विपक्ष ने सदन के पूरे दिन की कार्यवाही का बहिष्कार किया। सदन से बाहर निकलकर गांधी प्रतिमा के बाहर प्रदर्शन कर रहे विपक्षी विधायकों को मनाने के लिए संसदीय कार्यमंत्री केदार कश्यप पहुंचे, लेकिन बात बनी नहीं। नेता-प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा ने कहा कि प्रश्नकाल के दौरान हमने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के घर रेकी कराने का मुद्दा उठाया था. यह एक जरूरी मुद्दा था, क्योंकि लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। हमारे नेताओं को डराने, षड्यंत्र के तहत फंसाने का काम किया जा रहा है। सदन की पूरे दिन की कार्यवाही का हम बहिष्कार करते हैं।