उज्जैन। उज्जैन के महाकाल मंदिर की सुरक्षा सिक्योरिटी एजेंसी ‘क्रिस्टल’ को 20 करोड़ में दो साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। कंपनी 1 अप्रैल से काम शुरू कर देगी। यहां कंपनी के 500 कर्मचारी 24 घंटे तैनात रहेंगे।
मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि पिछले कई दिनों से इस ठेके को लेकर जद्दोजहद चल रही थी। इससे पहले मंदिर की सुरक्षा केएसएस कंपनी के जिम्मे थी। कई दिनों के मंथन के बाद मंदिर की सुरक्षा के लिए क्रिस्टल इंटीग्रेटेड सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को चुना गया। कंपनी का मुख्यालय महाराष्ट्र में है।
मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि एल-1 यानी फर्स्ट लोअर के रूप में महाराष्ट्र की ‘क्रिस्टल’ कंपनी का नाम सामने आया है। कंपनी के पास मध्यप्रदेश का पसारा लायसेंस नहीं है। एक महीने की अवधि लाइसेंस लेने के लिए दी गई है। एक अप्रैल से मंदिर की सुरक्षा नई कंपनी के हाथों में होगी।
निजी सुरक्षा एजेंसियां अधिनियम, 2005 देश में निजी सुरक्षा एजेंसी के कारोबार के सभी पहलुओं को नियंत्रित करता है। पीएसएआरए 2005 के तहत, यदि कोई व्यक्ति जो सुरक्षा एजेंसी का कारोबार करना चाहता है, उसे भारत में लाइसेंस प्राप्त करने की आवश्यकता है।