गर्मियों के मौसम में मिलने वाला आम हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि आम खाने का सही तरीका क्या है? अगर आपका जवाब नहीं में है तो चलिए आपको बताते हैं इसे खाने का सही तरीका
अक्सर लोग आम खाते वक्त गलती कर बैठते हैं जिससे सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। जी हां स्वाद के चक्कर में सेहत से खिलवाड़ हो सकता है। अगर आप आम खाने के शौकीन है और आम का मजा लेना चाहते हैं तो इसे खाने से पहले आधे घंटे तक पानी में भिगाकर जरूर रखें। इसके बाद ही इसका सेवन करें। इससे आम खाने का भरपूर फायदा मिलेगा और कोई नुकसान झेलना नहीं पड़ेगा।
0 इसलिए भिगाकर रखें
निकल जाता है फाइटिक एसिड – आम में नेचुरली फाइटिक एसिड नामक पदार्थ पाया जाता है, जिसे एंटी-न्यूट्रिएंट माना जाता है। ये एसिड शरीर में कैल्शियम, आयरन और जिंक जैसे मिनरल्स की खपत को रोकता है। इससे शरीर में मिनरल्स की कमी हो सकती है। जब आम को आधे से एक घंटे तक पानी में भिगाकर रखा जाता है तो आम का अतिरिक्त फाइटिक एसिड निकल जाता है।
कम होता है केमिकल का दुष्प्रभाव- वर्तमान समय में फलों को पकाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। ये केमिकल पेट और पाचन से जुड़ी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। जिससे सिरदर्द, कब्ज और कई दूसरी समस्याएं हो सकती हैं। ये हानिकारक केमिकल्स त्वचा, आंख और सांस लेने में जलन पैदा कर सकते हैं। इसलिए आम को खाने से आधा घंटे पहले पानी में भिगोकर जरूर रखें।
कम होती है आम की गर्मी – पानी में भिगोकर रखने से आम की गर्मी कम होती है। आम तासीर में हल्का गर्म होता है। इसे ज्यादा खाने से कुछ लोगों के चेहरे पर दाने निकल सकते हैं। कई बार मतली और उल्टी की समस्या भी हो सकती है। पानी में भिगोकर रखने से आम की गर्मी कम हो जाती है।
0 आम खाने के तुरंत बाद बरतें ये सावधानी
- आम खाने के तुरंत बाद करेले (Bitter Gourd) से दूर रहें।
- आम खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए।
- आम खाने के बाद मसालेदार (Spicy Food) या ठंडा खाना खाने से पेट की समस्या हो सकती है और आपकी त्वचा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
- कोल्ड ड्रिंक या सॉफ्ट ड्रिंक (Cold Drink) से बचें
- आम के साथ या आम खाने के तुरंत बाद दही खाने से बचना चाहिए। क्योंकि आम और दही दोनों की तासीर अलग होती है। यह शरीर में गर्मी और सर्दी पैदा कर सकता है, जिससे त्वचा की समस्याएं हो सकती हैं और शरीर में टॉक्सिन्स बन सकते हैं।