इंसान की फितरत होती है कि वो लोगों के बीच रहे, लोगों के साथ अपनी खुशी और परेशानियों को शेयर करे. लेकिन अगर वह अपनों के बीच नहीं रहता या खुद को लोगों से अलग थलग कर लेता है तो अकेलापन उसकी मानसिक सेहत को नुकसान पहुंचाने लगता है. यही नहीं, इसका असर धीरे धीरे उसके फिजिकल हेल्थ पर भी पड़ने लगता है और धीरे धीरे वह जानलेवा बीमारियों से ग्रस्त हो सकता है. तो चलिए जानते हैं कि अकेलापन किसी इंसान के लिए कितना घातक हो सकता है और यह किन बीमारियों की वजह बन सकता है.
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक,18 वर्ष से कम आयु की 80% जनसंख्या और 65 वर्ष से अधिक आयु की 40% जनसंख्या अपने जीवन में कभी-कभी अकेलेपन का अनुभव करती हैं. अकेलापन आमतौर पर किशोरों और छोटे बच्चों की तुलना में बुजुर्गों व महिलाओं में अधिक पाया गया है. जिन बुजुर्गों में शारीरिक बीमारी और विकलांगता है, वे अकेलेपन का तेजी से शिकार होते हैं और उनकी मनोवैज्ञानिक समस्याएं बढ़ती जाती है.
अकेलापन लोगों में डिप्रेशन जैसी मानसिक बीमारी को तेजी से बढ़ाता है. इसमें इंसान के दिमाग में हर वक्त बुरे ख्याल आते रहते हैं और वह अपनी जिंदगी को लेकर काफी नकारात्मक सोच रखने लगता है. कई बार डिप्रेशन इस लेबल पर चला जाता है जहां इंसान के दिमाग में आत्महत्या जैसे ख्याल भी आने लगते हैं. यही नहीं, वह लोगों से मिलना जुलना छोड़ देता है. इस हालात से बाहर निकालने के लिए परिवार के सदस्यों और दोस्तों की मदद काफी काम आती है.
अकेलेपन की वजह से अल्जाइमर रोग होने का भी खतरा बढ़ जाता है. अकेलापन मनोभ्रंश यानी डेमिंशिया की समस्या को भी दो गुना कर सकता है और इंसान चीजों को तेजी से भूलने लगता है. यह समस्या उम्र बढ़ने के साथ बढ़ती जाती है. अब तक इसका कोई सही इलाज नहीं निकल पाया है. इसलिए प्रयास करें कि खुद का जितना जल्द हो सके, अकेलेपन से बचाएं.
अकेलेपन की वजह से इंसान तनाव (Stress) में रहने लगता है, जिससे उसके शरीर की इम्यूनिटी कम होने लगती है. यह शरीर में एंटी बॉडी के निर्माण को भी प्रभावित करता है जिससे कई तरह की संक्रामक बीमारियां तेजी से हो सकती है. अकेलेपन की वजह से नींद ना आने की समस्या भी शुरू हो जाती है जो हमारे शरीर को शारीरिक और मानसिक रूप से और भी बीमार बना सकता है.
अकेले रहने से लाइफस्टाइल काफी प्रभावित होती है और लोग तनाव को दूर करने के लिए अनहेल्दी खाना खाने लगते हैं. दिन रात लेटकर मोबाइल, टीवी आदि देखते रहने और शारीरिक गतिविधियों से दूर रहने से समस्या और गंभीर हो जाती है. इन गलत आदतों की वजह से मोटापा आने लगता है और वे डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल जैसे बीमारियों के शिकार हो जाते हैं. इस तरह कई बीमारियां उन्हें घेरने लगती हैं और उनकी उम्र कम हो जाती है.