छत्तीसगढ़/जगदलपुर। अपनी कायराना करतूत से नक्सली बाज नहीं आ रहे हैं। नक्सलियों ने मंगलवार देर रात जहां सुकमा के एक ग्रामीण को धारदार हथियार से मौत के घाट उतार दिया, वहीं नारायणपुर में पूर्व सरपंच का नक्सलियों ने डंडे से गला दबाकर हत्या कर दी। नक्सलियों ने दोनों ग्रामीणों की हत्या पुलिस मुखबिर होना बताकर किया है।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार देर रात नक्सली सुकमा के नक्सली भेज्जी थाना क्षेत्र के ओंधेरपारा गांव पहुंचे और वहां रहने वाले मड़कम रमेश को उठाकर ले गए और घर से कुछ दूर पर उसकी हत्या कर दी। नक्सलियों ने घटना को अंजाम देने के बाद पर्चे भी फेंके, जिसमें लिखा हुआ था कि मड़कम रमेश तीन साल से पुलिस का मुखबिर था पुलिस की मुखबिरी छोड़ने के लिए उसे कई बार समझाया भी, पर नहीं माना। इसके बाद नक्सलियों की कोंटा एरिया कमेटी ने उसकी मौत का फरमान जारी कर दिया। नक्सलियों ने ग्रामीण के भाई को भी धमकी दी है। पुलिस पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
दूसरी घटना में भी नक्सलियों ने नारायणपुर में पूर्व उपसरपंच की डंडे से गला घोंटकर हत्या कर दी। एसपी पुष्कर शर्मा ने बताया कि मंगलवार रात करीब 10 बजे चार वर्दीधारी हथियारबंद नक्सली ग्राम झारा निवासी पूर्व सरपंच रामजी देदी के घर पहुंचे थे। यहां परिजनों ने रामजी को एक रिश्तेदार के घर प्रार्थना के लिए जाना बताया। इसके बाद वर्दीधारियों ने रामजी के भतीजे मयाराम और मैनू राम दोदी को पकड़कर ले जाने लगे। रास्ते में रामजी मिल गए तो उन्हें भी पकड़ लिया। नक्सली तीनों को लेकर जंगल पहुंचे, जहां पहले से 20 से ज्यादा नक्सली मौजूद थे। उन्होंने रामजी दोदी पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाते हुए डंडे से गला दबाकर हत्या कर दी और लाश परिजनों को सौंप दिया। इसके बाद सभी नक्सली वहां से भाग गए।
