सहरसा। बिहार के सहरसा जिले के पड़रिया पंचायत के फतेहपुर गांव में शोक की लहर है। कर्नाटक के हासन जिले में एक सड़क दुर्घटना में आईपीएस अधिकारी हर्षबर्धन सिंह की असामयिक मृत्यु हो गई। उनके पार्थिव शरीर को सोमवार की रात उनके पैतृक गांव लाया गया और मंगलवार को अंतिम संस्कार किया गया।
इस दुखद घटना से पूरे क्षेत्र में शोक व्याप्त है। छोटे भाई आनंद वर्धन ने मुखाग्नि दी। उनके अंतिम दर्शन के लिए डीआइजी मनोज कुमार, एसपी हिमांशु सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी गांव पहुंचे और अंतिम संस्कार में शामिल हुए। कर्नाटक सरकार के डीआईजी भी उनके गांव पहुंचे और स्वजन को सांत्वना दी।
ज्ञात हो कि पड़रिया पंचायत के फतेहपुर गांव निवासी अखिलेश कुमार सिंह मध्य प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारी हैं। उनके 27 वर्षीय पुत्र आईपीएस अफसर हर्षबर्धन सिंह कर्नाटक कैडर के 2023 बैच के आईपीएस थे। वो स्थायी रूप से मध्य प्रदेश में रह रहे थे।
हर्षबर्धन सिंह अपनी पहली पोस्टिंग को लेकर ड्यूटी पर रिपोर्ट करने के लिए पुलिस की गाड़ी से होलेनरसीपुर जा रहे थे। इसी दौरान हासन के किट्टाने के पास पुलिस गाड़ी की टायर फट गई और अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में अधिकारी के सिर में गंभीर चोट लग लगी।जिसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी मौत हो गई।
बचपन से ही पढ़ाई में काफी तेज थे हर्षवर्धन
कर्नाटक कैडर के 2023 बैच के आईपीएस अधिकारी हर्षबर्धन सिंह बचपन से ही पढ़ाई में काफी तेज थे। जब कभी पढ़ाई-लिखाई की चर्चा गांव में छिड़ती तो लोग हर्षबर्धन का नाम जरूर लेते। हर्ष ने भी लोगों को निराश नहीं किया। 27 वर्ष की उम्र में वह आइपीएस अधिकारी बन गए। विडंबना यह कि कर्नाटक में पहली पोस्टिंग पर जाने के समय उनकी सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। जिस सितारे से लोगों को आस थी, वह उन्हें उदास छोड़कर चला गया।
हर्षबर्धन ने अपनी पढ़ाई इंदौर से पूरी की थी। उनके छोटे भाई आनंदवर्धन ने आईआईटी से इंजीनियर की पढ़ाई की है और फिलहाल यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। गांव में उनके एक चाचा रहते हैं। उनके दूसरे चाचा सुपौल के एलआइसी (भारतीय जीवन बीमा निगम) कार्यालय में विकास अधिकारी हैं। हर्ष की मौत की जानकारी मिलते ही फतेहपुर गांव स्तब्ध रह गया। कई घरों में चूल्हा नहीं जला।
ग्रामीणों के अनुसार वह गांव नहीं आते थे। हर्षबर्धन ने हाल में ही मैसूर स्थित कर्नाटक पुलिस एकेडमी से चार सप्ताह की अपनी ट्रेनिंग पूरी की थी। वह बतौर सहायक पुलिस अधीक्षक कार्यभार संभालने वाले थे।