बलिया। बलिया के खेजुरी थाना क्षेत्र के बहेरी मासुमपुर गांव में एक बुजुर्ग दंपति का शव उनके घर में मिला। शनिवार की रात करीब 9.30 बजे की यह घटना है। पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह और एएसपी अनिल कुमार झा मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। फारेंसिक टीम ने भी साक्ष्य इकट्ठा किए हैं। पुलिस को अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई है।
मासुमपुर गांव निवासी श्यामलाल चौरसिया 62 वर्ष अपनी पत्नी बासमती देवी 55 वर्ष के साथ घर पर रहते थे। पुत्र दीपू चौरसिया एयर फोर्स आगरा में तैनात हैं। जबकि पुत्री अमृता चौरसिया की शादी हो चुकी है और वह कोलकाता में रहती है। घटना के समय सिर्फ पति और पत्नी ही घर पर थे। ऐसे में हमलावरों की पहचान नहीं हो सकी है।
पुलिस का अनुमान है कि हमलावर दो या तीन की संख्या में हो सकते हैं। दोनों के शरीर पर धारदार हथियार से हमले के कई निशान थे। एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि घटना की जांच के लिए तीन टीमें गठित कर दी गई है। इसमें एएसपी अनिल कुमार झा, क्षेत्राधिकारी गौरव कुमार, स्वाट टीम, सर्विलांस टीम शामिल है। घटना के बाद मृतक के बड़े भाई राधेश्याम चौरसिया ने 10 बजे के करीब पुलिस को यह सूचना दी। उन्होंने पुलिस को बताया कि किसी ने आवाज देकर दरवाजा खोलवाया था। मृतक श्यामलाल चौरसिया छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया करते थे। घटना के एंगल से पुलिस को पता चल रहा है कि ट्यूशन रूम में बैठने के बाद ही हमलावरों ने उन पर प्रहार करना शुरू किया होगा। पति के शव से लगभग पांच फीट की दूरी पर पत्नी का शव पड़ा था। श्यामलाल चौरसिया का ससुराल अमृत पाली कोतवाली क्षेत्र बलिया में है, जहां उन्हें ससुराल से उपहार में कुछ जमीन मिली थी।
पुलिस जमीन के प्रकरण में भी जांच कर रही है, लेकिन स्वजनों की ओर से इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है। मुतक का पुत्र घटना की जानकारी होने पर ट्रेन से घर वापस आ रहा था। मोबाइल पर काल करने पर बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, लेकिन घर जाने के बाद ही वह स्थिति को स्पष्ट कर पाएंगे। इतना कहकर रोने लगे।