प्रयागराज। महाकुंभ 2025 कई मायनों में ऐतिहासिक रहा है। 73 देशों के राजनयिक और 116 देशों के विदेशी श्रद्धालु संगम स्नान करने आए। इनमें सर्वाधिक नेपाल, अमेरिका, ब्रिटेन, श्रीलंका, कनाडा और बांग्लादेश से आए। इसके साथ रूस, जापान, जर्मनी, फ्रांस, ब्राजील, मलयेशिया, न्यूजीलैंड, इटली, कनाडा और थाइलैंड सहित 100 से अधिक देशों से भी लोग पहुंचे।
दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर प्रयागराज ने पहली बार ऐतिहासिक रिकाॅर्ड के साथ मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। टूरिज्म के सभी रिकाॅर्ड टूट गए हैं। पर्यटन विभाग के अनुसार, महाकुंभ के 45 दिनों में ही तकरीबन 55 लाख विदेशी पर्यटक आए हैं। पिछले साल करीब 5,000 विदेशी ही आए थे।
इन लोगों ने प्रयाग के साथ वाराणसी, अयोध्या, चित्रकूट, मथुरा और गोरखपुर भी देखा। विदेशियों के यहां आने से होटल, गाइड, ट्रांसपोर्ट, हस्तशिल्प और स्थानीय कारोबार में लाभ मिला है। केंद्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन कहते हैं, महाकुंभ में आए करोड़ों लोगों के खर्च का असर चौथी तिमाही की जीडीपी में दिखेगा। वहीं, केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन-दो योजना में नैमिषारण्य और प्रयागराज को चुना गया है। इससे भी पर्यटन को नई ऊंचाइयां मिलने की उम्मीद है।