Home » इतने करोड़ रूपए से बांके बिहारी मंदिर और म्यूजियम की होगी फेकाडे लाइटिंग, जानें लाइट्स की खासियत
उत्तर प्रदेश

इतने करोड़ रूपए से बांके बिहारी मंदिर और म्यूजियम की होगी फेकाडे लाइटिंग, जानें लाइट्स की खासियत

लखनऊ । प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना के तहत प्रदेश की सभी विधानसभाओं में पर्यटन स्थल विकसित किए जा रहे हैं। इसके तहत मथुरा में लगभग 2.22 करोड़ रुपये से बांके बिहारी मंदिर और डेम्पियर नगर स्थित म्यूजियम की फेकाडे लाइटिंग की जायेगी।

इसके पहले मथुरा में ही 4.59 करोड़ रुपये विभिन्न सड़कों पर प्रकाश व्यवस्था के लिए स्वीकृत हुए थे। हाथरस में 1.43 करोड़ रुपये से अमृत सरोवर के पर्यटन विकास के लिए मंजूर किए गए थे। वहीं योजना के तहत लखनऊ के अलीगंज स्थित हनुमान जी मंदिर के पर्यटन विकास के लिए स्वीकृत की गई थी।

पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह का कहना है कि प्रदेश में पर्यटन के दृष्टिकोण से मथुरा-वृंदावन काफी महत्वपूर्ण है। योजना के तहत मथुरा में होने वाले काम की 50 प्रतिशत राशि राज्य सरकार और 50 प्रतिशत मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण मथुरा उपलब्ध करायेगा।

0 ये है फेकाडे लाइटिंग की खासियत

दरअसल फेकाडे लाइटिंग रात में किसी इमारत के बाहरी हिस्से को रोशन करने के लिए एक खास तरह की लाइटिंग है। इसका प्राथमिक लक्ष्य सूर्य डूबने के बाद किसी संरचना की वास्तुशिल्प सुंदरता को सामने लाना है, जिन्हें हम फेकाडे लाइट्स कहते हैं।

Search

Archives