SPORTS. सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना के शतक के बावजूद भारत को तीसरे और अंतिम महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में बुधवार को यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 83 रन की हार के साथ 0-3 से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा। अरुंधति रेड्डी (26 रन पर चार विकेट) के करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी से भारत ने वाका पर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर चार विकेट पर 78 रन कर दिया था लेकिन अनाबेल सदरलैंड (95 गेंद में 110 रन, नौ चौके, चार छक्के) के शतक से मेजबान टीम छह विकेट पर 298 रन का बड़ा स्कोर बनाने में सफल रही।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से ऑफ स्पिनर एशलेग ने 30 रन देकर पांच विकेट चटकाए। लेग स्पिनर एलेना किंग ने भी 27 रन देकर दो विकेट हासिल किए। मंधाना को दूसरे छोर पर अन्य बल्लेबाजों से समर्थन नहीं मिला। एलेना ने हरलीन देओल (64 गेंद में 39 रन) को अपनी ही गेंद पर लपककर मंधाना के साथ उनकी दूसरे विकेट की 118 रन की साझेदारी का अंत किया जिसके बाद टीम ने लगातार विकेट गंवाए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने पांचवें ओवर में ही रिचा घोष (02) का विकेट गंवा दिया जिन्हें मेगान शूट ने बोल्ड किया। टीम को कप्तान हरमनप्रीत कौर (22 गेंद में 12 रन) और जेमिमा रोड्रिग्ज (11 गेंद में 16 रन) से काफी उम्मीदें थी लेकिन इन दोनों ने निराश किया। सीनियर बल्लेबाज दीप्ति शर्मा भी खाता खोलने में नाकाम रहीं। इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया जिसके बाद फोएबे लिचफील्ड (25) और जॉर्जिया वोल (26) ने पहले विकेट के लिए 10.1 ओवर में 58 रन जोड़कर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई।
अपना पांचवां एकदिवसीय खेल रही अरुंधति ने हालांकि 11वें ओवर में चार गेंद के भीतर दोनों सलामी बल्लेबाजों को आउट करके ऑस्ट्रेलिया को दोहरा झटका दिया। अरुंधति ने अंदर की ओर स्विंग होती गेंद पर पिछली मैच की शतकवीर वोल को बोल्ड किया जबकि बाएं हाथ की बल्लेबाज लिचफील्ड को बाहर की ओर स्विंग होती गेंद पर विकेटकीपर रिचा घोष के हाथों कैच कराया। अरुंधति ने इसके बाद ऑलराउंडर एलिस पैरी (04) को बोल्ड किया और फिर बेथ मूनी (10) को रिचा के हाथों कैच कराया जिससे ऑस्ट्रेलिया का स्कोर बिना विकेट के 58 रन से चार विकेट पर 78 रन हो गया।
सदरलैंड और एशलेग ने इसके बाद पारी को संभाला। सदरलैंड ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने स्पिनरों को निशाने पर रखा और 40वें ओवर में दीप्ति शर्मा पर दो चौके और एक छक्का मारा। दीप्ति ने 34वें ओवर में एशलेग को मीनू मनि के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा। एशलेग ने 64 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके मारे। सदरलैंड को इसके बाद कप्तान तहलिया के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिली और दोनों ने तेजी से रन जुटाए तथा टीम का स्कोर 300 रन के करीब पहुंचाया। सदरलैंड ने पारी के अंतिम ओवर में दीप्ति पर मिड विकेट के ऊपर से छक्का जड़कर शतक पूरा किया लेकिन इसके बाद रन आउट हो गईं।