नई दिल्ली। आईपीएल का 18वीं सीजन 22 मार्च से शुरू हो रहा है। इससे पहले आईपीएल (IPL) के विज्ञापनों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक पत्र लिखा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में तंबाकू और शराब के सभी प्रकार के विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं। इसमें प्रत्यक्ष और परोक्ष (सुरोगेट) विज्ञापन दोनों शामिल हैं। यह प्रतिबंध 22 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल 2025 सीजन के दौरान लागू रहेगा।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक अतुल गोयल ने आईपीएल अध्यक्ष अरुण धूमल को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने कहा कि क्रिकेट खिलाड़ी भारत के युवाओं के लिए आदर्श हैं। उन्हें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी प्रकार के तंबाकू या शराब के विज्ञापन से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।
गोयल ने कहा, “भारत दुनिया में तंबाकू से संबंधित मौतों में दूसरे स्थान पर है। हर साल लगभग 14 लाख लोग तंबाकू के कारण अपनी जान गंवाते हैं। वहीं, शराब भारत में सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले साइकोएक्टिव पदार्थों में से एक है, जो कई बीमारियों और सामाजिक समस्याओं का कारण बनता है।”
‘नियमों को सख्ती से लागू करें’- स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक अतुल गोयल ने पत्र में लिखा, ‘‘आईपीएल को सरोगेट विज्ञापनों सहित तंबाकू और शराब से जुड़े सभी प्रकार के विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने वाले नियमों को सख्ती से लागू करना चाहिए। स्टेडियम के अंदर और राष्ट्रीय टेलीविजन पर प्रसारण के दौरान भी इस तरह के विज्ञापन नहीं दिखाए जाने चाहिए। प्रतियोगिता के दौरान और खेल सुविधा में तंबाकू और शराब के उत्पादों की बिक्री नहीं होनी चाहिए।’’ पत्र में आगे कहा गया है, ‘‘उन खिलाड़ियों (कमेंटेटरों सहित) को हतोत्साहित करें जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शराब या तंबाकू से जुड़े उत्पादों का समर्थन करते हैं।’’
‘IPL देश का सबसे बड़ा खेल मंच’- बता दें कि आईपीएल के दौरान अधिकतर भारतीय क्रिकेट प्रेमी टेलीविजन पर इसका आनंद उठाते हैं। ऐसे में यह टूर्नामेंट विज्ञापनदाताओं का पसंदीदा बन जाता है। अतुल गोयल ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना क्रिकेटरों का नैतिक दायित्व है। उन्होंने कहा, ‘‘स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए क्रिकेट खिलाड़ी युवाओं के लिए रोल मॉडल हैं जबकि आईपीएल देश का सबसे बड़ा खेल मंच है। सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना और सरकार की स्वास्थ्य पहल का समर्थन करना सामाजिक और नैतिक दायित्व है।