राजस्थान। पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन द्वारा वैट कम करने की मांग को लेकर शुक्रवार से पेट्रोल पंप संचालकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो गई है। संचालकों ने प्रदेश के करीब 6700 हजार पेट्रोल पंप बंद कर दिए हैं। इससे हर जिले में पेट्रोल की किल्लत हो गई हैं।
इससे पहले राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने प्रदेश में दो दिन की सांकेतिक हड़ताल की थी। इस दौरान पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर सुबह 10 से शाम 6 बजे तक पंप बंद रखे गए थे। इसके बाद भी गहलोत सरकार ने पंप संचालकों की इस हड़ताल पर गौर नहीं किया। संचालकों का कहना है कि सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। ऐसे में हमें मजबूरी में अनिश्चितकालीन हड़ताल का कदम उठाना पड़ा।
0 ये है मांग
पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि राजस्थान सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल पर अधिक वैट लगाया गया है। इससे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और आसपास के अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान में पेट्रोल-डीजल की कीमतें अधिक हैं। पड़ोसी राज्यों की तुलना में राजस्थान में पेट्रोल करीब 12 और डीजल 7 रुपये महंगा है। इससे जनता और पंप संचालकों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। कुछ लोग दूसरे राज्यों से डीजल-पेट्रोल लाकर यहां अवैध रूप से बेच रहे हैं। इससे कई पंप बंद होने की कगार पर हैं। ऐसे में सरकार ने कोरोना काल में जो वैट बढ़ाया गया था, उसे कम करने की जरूरत है।