रायपुर। वेतन विसंगति को दूर करने की मांग को लेकर आंदोलनरत सहायक शिक्षकों का गुस्सा शनिवार को फूट पड़ा। छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग की कार्यवाही के खिलाफ सहायक शिक्षकों ने नवा रायपुर स्थित धरना स्थल तूता में विभाग के आदेश की काॅपी को आग के हवाले कर दिया। शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान कई शिक्षक नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया, हालांकि देर शाम उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
दरअसल 18 अगस्त को लोक शिक्षण संचालनालय ने कार्यवाही का आदेश जारी कर सभी संभागीय संयुक्त संचालकों, डीईओ और विकास खंड शिक्षा अधिकारियों को कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। इसमें पहले शिक्षकों को हड़ताल खत्म करने के लिए समझाने, नहीं मानने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने कहा गया था। 24 घंटे के भीतर स्कूलों में नहीं लौटने पर विभाग द्वारा आगे की कार्यवाही की जाएगी।
बता दें सहायक शिक्षक फेडरेशन वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर आंदोलनरत है। इसमें पूर्ण पेंशन के लिए 20 साल की सेवा किए जाने की मांग है। इसके खिलाफ ब्लॉक स्तर पर 10 अगस्त से अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया गया है। इसके बाद शिक्षकों ने 13 अगस्त को रायपुर के बूढ़ा तालाब में आक्रोश रैली की इजाजत मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। फिर संघ ने अगले चरण में 18 अगस्त को जेल भरो आंदोलन का ऐलान किया था।
स्कूल से वापस लौट रहे बच्चे
शिक्षकों और शासन की आपसी रस्साकशी में प्रदेश भर के कई स्कूली बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्र के कई स्कूलों में शिक्षकों के नहीं पहुंचने से बच्चों को वापस लौटना पड़ रहा है। वहीं कई स्कूलों में तालाबंदी की नौबत भी आ गई है।