रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने आईएएस अधिकारी रानू साहू को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। उन पर कोयला परिवहन से लेकर डीएमएफ और सार्वजनिक खाद्य वितरण (पीडीएस) में भ्रष्टाचार करने का आरोप है।
आईएएस रानू साहू को विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में पेश किया गया। सुनवाई के बाद ईडी ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट नें 3 दिन की रिमांड को मंजूरी दी है। 25 जुलाई को फिर से कोर्ट में पेश करेगी। आपको बता दें कि ईडी की टीम ने शुक्रवार देर रात आईएएस रानू साहू के घर रेड की। ईडी की टीम ने यहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं, वहीं मोबाइल फोन से लेकर कम्प्यूटर, लैपटाप को भी खंगाला गया, जिसके बाद शनिवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। रायगढ़ और कोरबा की कलेक्टर रह चुकीं रानू साहू फिलहाल राज्य कृषि विभाग में निदेशक हैं। कथित कोयला घोटाला मामले की जांच के तहत ईडी ने पिछले दिनों साहू के खिलाफ छापेमारी कर उनकी संपत्ति कुर्क किया था।
छत्तीसगढ़ में ईडी की 80 सदस्यीय टीम कर रही जांच
छापेमारी कार्रवाई में प्रवर्तन निदेशालय की 80 सदस्यीय टीम अलग-अलग स्थानों पर मौजूद हैं। इनमें राजधानी सहित कोरबा, अंबिकापुर, बिलासपुर, राजनांदगांव व रायगढ़ स्थित ठिकानों पर जांच चल रही है। जिसमें ईडी ने नेता, अधिकारी व कारोबारियों के संगे-संबंधियों की भी जानकारी एकत्रित की है।
आइये जाने कौन है रानू साहू
रानू साहू 2010 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। अपने कामों को लेकर वो हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। रानू साहू का जन्म छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में हुआ। रानू साहू के बारे में कहा जाता है कि वो बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में बहुत होशियार थीं। रानू साहू के पति का नाम जयप्रकाश मौर्य है। वह मंत्रालय में सचिव हैं। साल 2005 में रानू साहू का डीएसपी के लिए सिलेक्शन हुआ था। डीएसपी बनने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी। 2010 में यूपीएससी के लिए सिलेक्ट हुईं और छत्तीसगढ़ कैडर की आईएएस अधिकारी बनीं। रानू साहू को बतौर कलेक्टर पहला जिला कांकेर मिला था। रानू साहू कोरबा, रायगढ़ और बालोद जिले की भी कलेक्टर रही हैं। वह मंत्रालय में कई अहम पद संभाल चुकी हैं। साहू फिलहाल राज्य कृषि विभाग में निदेशक हैं।