रायपुर। भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारी रायपुर पहुंचे। वे राज्य में विधानसभा आम निर्वाचन-2023 की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। साथ राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी चर्चा करेंगे। इससे पहले छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने राजीव कुमार और आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों का स्वामी विवेकानंद विमानतल पर स्वागत किया।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त के साथ भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त धर्मेन्द्र शर्मा और नितेश व्यास, उप निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार साहू और आरके गुप्ता, वरिष्ठ प्रधान सचिव एनएन बुटोलिया, प्रधान सचिव एसबी जोशी और अवर सचिव रितेश सिंह भी रायपुर पहुंचे। अधिकारी निष्पक्ष चुनाव की पृष्ठभूमि तैयार करेंगे।
चुनाव आयोग की टीम नवा रायपुर स्थित मेफेयर होटल में ठहरी हुई है। सीईसी की बैठक भी यही होगी। 24 अगस्त को पहले राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों के साथ बैठक होगी। इसके बाद सीईओ रीना कंगाले व पुलिस विभाग की ओर से नोडल अफसर आईपीएस ओपी पाल से तैयारियों के संबंध में फीडबेक लेंगे। 24 अगस्त की बैठक अहम होगी। क्योंकि इसमें सभी जिलों के कलेक्टर व एसपी शामिल होंगे। कलेक्टर व एसपी के दिल के धड़कने तेज हो गई है। क्योंकि तैयारियों में कमी की स्थिति में आयोग उन्हें हटाने की भी सिफारिश कर सकता है। 26 अगस्त को चीफ इलेक्शन कमिश्नर मीडिया के साथ चर्चा करेंगे। इसके अलावा स्वीप कार्यक्रम की भी समीक्षा करेंगे।
छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होंगे। मालूम हो कि कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में राज्य में 90 में से 68 सीटें जीतकर 15 साल बाद राज्य की सत्ता हासिल की, वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के नेतृत्व में उतरी भाजपा को केवल 15 सीटें हासिल हुई थी। 2018 के बाद से भाजपा यहां हुए पांच उपचुनाव हार चुकी है। हाल ही में हुए भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव इसका ताजा उदाहरण है। इससे पहले दंतेवाड़ा, चित्रकोट, मरवाही और खैरागढ़ में भी कांग्रेस को जीत मिली थी।