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ऑर्गन ट्रांसप्लांट रैकेट का भंडाफोड़, एक डॉक्टर समेत 7 लोग गिरफ्तार, विदेश से जुड़े हैं तार

दिल्ली। पुलिस की क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने ऑर्गन ट्रांसप्लांट रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल की एक सीनियर महिला डॉक्टर समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस के अनुसार कथित तौर पर महिला डॉक्टर के तार बांग्लादेश व भारत में ऑर्गन ट्रांसप्लांट रैकेट से जुड़ा है। आरोपियों से पूछताछ चल रही है। उधर, अपोलो हॉस्पिटल प्रबंधन की ओर से भी इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया सामने आई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 50 साल की महिला डॉक्टर विजया कुमारी पर आरोप है कि वो इस गिरोह में शामिल एकमात्र डॉक्टर थी। इससे पहले उन्होंने 2021 से 2023 तक नोएडा के एक प्राइवेट अस्पताल में करीब 15-16 ऑर्गन ट्रांसप्लांट किए थे। इस रैकेट में शामिल लोगों के तार बांग्लादेश से जुड़े थे। वे हर ट्रांसप्लांट के लिए डोनर से 5 लाख रुपये में किडनी खरीदते और रिसीवर से 25-30 लाख रुपये लेते थे। डोनर और रिसीवर दोनों ही बांग्लादेश से थे। इसमें डॉक्टर विजया कुमारी और उनके सहयोगियों के एक गैंग की कथित भागीदारी थी।

इतना ही नहीं पुलिस का कहना है कि डॉक्टर विजया कुमारी के अलावा इस मामले में पिछले महीने तीन बांग्लादेशी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया था। इसके लिए फर्जी दस्तावेज का सहारा लिया जा रहा था।

मीडिया सूत्रों की मानें तो विजया कुमारी सीनियर कंसल्टेंट और किडनी ट्रांसप्लांट सर्जन हैं। करीब 15 साल पहले उन्होंने दिल्ली के निजी अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर के तौर पर काम शुरू किया था। नोएडा के अपोलो हॉस्पिटल के साथ वो विजिटिंग कंसल्टेंट के रूप में काम कर रही थीं। अपोलो अस्पताल के अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक सुनील बालियान ने कहा है कि विजया कुमारी द्वारा लाए गए मरीजों का ट्रांसप्लांट किया गया था। बालियान ने कहा है कि उन्होंने पिछले 3 महीनों में एक सर्जरी की थी। बता दें कि इस मामले में पुलिस की कार्रवाई के बाद डॉक्टर विजया कुमारी को निलंबित कर दिया गया है।

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