मैहर। मैहर पुलिस ने एक चौंकाने वाले मामले का खुलासा किया है। फाइनेंस के नाम पर भाई और बहन मिलकर आदिवासियों के नाम पर खेल कर रहे थे। हालांकि अब पुलिस के हाथ इन भाई-बहनों तक पहुंच चुके हैं और मामले में लिप्त एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं फ्रॉड करने वाली इनकी बहन पूजा मिश्रा की तलाश जारी है।
पूरा मामला मध्यप्रदेश के जिला मैहर का है। ग्राम धौरहरा निवासी पूजा मिश्रा अपने भाई विपिन तिवारी और विवेक तिवारी के साथ मिलकर मासूम आदिवासियों के नाम पर फर्जी तरीके से गुमराह कर वाहन और लोन फाइनेंस करवाते थे और रकम डकार जाते थे। इस बात का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित संजय साकेत के घर गाड़ी फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी चार माह बाद किश्त लेने पहुंचे।
संजय पेशे से ऑटो चालक है और इन फ्रॉड आरोपियों ने उसके नाम पर तकरीबन 15 लाख की कार फाइनेंस करवा रखी थी। इस पूरे मामले पर पीड़ित संजय ने पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। लंबे समय से फरार चल रहे तीन आरोपियों में से एक आरोपी विवेक तिवारी को गुरुवार को मैहर की कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और न्यायालय पेश किया, बाकी अन्य की तलाश जारी है।
पीड़ित संजय साकेत का कहना है कि वह अमरपाटन में ऑटो चलाता है। एक दिन उसके घर पर फाइनेंस कंपनी के चार कर्मचारी आए और बोले आप किश्त नहीं जमा कर रहे हैं, तो मैं चौंक गया। जब काफी पता किया तो उन्होंने बताया कि मेरे नाम से करीब 10 लाख की मारुति जिमनी कार फाइनेंस है। इतना सुन संजय के होश उड़ गए। आगे की जानकारी लेने पर पता चला कि पूजा मिश्रा द्वारा ये वाहन फाइनेंस करवाया गया है। संजय ने पूजा से नौकरी के लिए बात की थी, जिसके लिए उसने उसके कागज मांगे थे। उसी कागज से उनसे फ़र्ज़ी तरीके से कार फाइनेंस करवा ली।
दो आरोपी अभी भी फरार- कोतवाली पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद इन सभी की लंबे समय से तलाश की जा रही थी। एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अभी मुख्य आरोपी पूजा मिश्रा और एक अन्य फरार है, उनकी भी तलाश की जा रही है।