स्विट्जरलैंड स्विट्जरलैंड की फर्म ‘आईक्यू एयर’ ने ‘वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट’ के नाम से अपनी रिपोर्ट जारी की। इसे दुनिया के 131 देशों के डाटा के आधार पर तैयार किया गया है। वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया का सबसे प्रदूषित देश चाड है। जहां औसतन वायु प्रदूषण पीएम 2.5 स्तर पर 89.7 पाया गया है। इराक दूसरा सबसे प्रदूषित देश है। वहीं तीसरे नंबर पर पाकिस्तान का नाम है और बहरीन चौथे नंबर पर है। पाकिस्तान का लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। IQAir के सालाना सर्वेक्षण में इस शहर ने पहला स्थान पाने के लिए 10 पायदान की छलांग लगाई है।
मंगलवार को प्रकाशित IQAir की रिपोर्ट में मध्य अफ्रीकी देश चाड को सबसे प्रदूषित देश बताया गया है। इससे पहले यह तमगा बांग्लादेश के पास था। फेफड़ों को नुकसान पहुँचाने वाले वायुजनित कणों को PM2.5 के रूप में जाना जाता है। हवा में इनकी मौजूदगी के आधार पर ही वाणु गुणवत्ता से स्तर को मापा जाता है। IQAir ने अपने सर्वे में शोधकर्ताओं और सरकारी संगठनों के मिले डेटा का इस्तेमाल किया है।लाहौर की हवा की गुणवत्ता सबसे खराब मापी गई। यहां प्रति घन मीटर हवा में PM2.5 कण 97.4 माइक्रोग्राम तक पाए गए।
एक साल पहले इन्हीं कणों की संख्या 86.5 से प्रति घन मीटर थी। दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में दूसरे स्थान पर चीन का होटान शहर है। यह शीर्ष 20 प्रदूषित शहरों में एक मात्र चीनी शहर भी है। होटान में हवा में पीएम 2.5 के 94.3 स्तर पर पाई गई। पिछले साल होटान की हवा में पीएम 2.3 का स्तर 101.5 था। इस लिस्ट में भारत का आठवां नंबर है। रिपोर्ट में बताया गया है कि वायु प्रदूषण के चलते भारत को 150 बिलियन डॉलर के नुकसान का अनुमान है। भारत में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारक परिवहन सेक्टर है, जो कुल प्रदूषण का 20-35 फीसदी प्रदूषण करता है। परिवहन कारक के अलावा उद्योग, कोयले से चलने वाले पावर प्लांट प्रदूषण के लिए जिम्मेदार हैं।
