नेशनल : उज्बेकिस्तान ने दावा किया था कि भारतीय कफ सिरप से उसके देश में 18 बच्चों की मौत हो गई। वहीं इन तीन अधिकारियों की गिरफ्तारी से पहले 2 मार्च को एफआईआर दर्ज की गई थी। भारत के सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन (CDSCO) के ड्रग इंस्पेक्टर ने यह शिकायत की थी।
बता दें कि इससे पहले उज्बेकिस्तान में कथित तौर पर 18 बच्चों की मौत के बाद उत्तर प्रदेश खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) विभाग ने सेक्टर-67 स्थित दवा फर्म मैरियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड का दवा उत्पादन लाइसेंस सस्पेंड कर दिया था। पुलिस आयुक्त कार्यालय ने बताया कि सेक्टर 67 स्थित एक दवा बनाने की कंपनी में निर्मित कफ सिरप मानकों के ऊपर खरा नहीं उतरा। कार्यालय ने बताया कि इस मामले में कंपनी की डायरेक्टर जया जैन, सचिन जैन, ऑपरेशन हेड तुहीन भट्टाचार्य, मैन्युफैक्चरिंग केमिस्ट अतुल रावल और मूल सिंह आदि के खिलाफ धारा 274, 275, 276 ,औषधि प्रसाधन सामग्री अधिनियम 17,17ए,17 -बी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।
