नींबू में बहुत अधिक मात्रा में विटामिन सी, घुलनशील फाइबर और पौधों के यौगिक होते हैं जो आपको कई स्वास्थ्य लाभ देते हैं। नींबू वजन घटाने में मदद कर सकता है और हार्ट डिजीज, एनीमिया, किडनी स्टोन, पाचन संबंधी समस्याओं के खतरे को कम कर सकता है। रोजाना 1 नींबू पानी का सेवन करना आपके लिए किस तरह से फायदेमंद हो सकता है? ”हम अक्सर अपने लोकल फूड को कम आंकते हैं और अधिक आकर्षक दिखने वाले फैंसी आइटम की खोज करते हैं। नींबू के पौधे का फेंग शुई और वास्तु में विशेष स्थान होता है जो इंगित करता है कि नींबू में कुछ ऐसा शामिल है जो बहुत महत्वपूर्ण है और जो अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है। लोग भौतिक धन के लिए नींबू के पेड़ लगाते हैं लेकिन वास्तव में यह अच्छे स्वास्थ्य का भंडार है।’ आइए इस बारे में आर्टिकल के माध्यम से जानते हैं।
फैट को छानने में सहायक
इस प्रकार नींबू का सेवनफैटी लिवर को ठीक करने में सहायक होता है। जी हां, नींबू का नेचुरल क्लींजिंग क्षमता लिवर को फिर से जीवंत करती है। सुबह एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू का रस निचोड़कर लेने से प्राकृतिक रूप से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। नींबू की अम्लता अच्छे पाचन और इष्टतम मल त्याग को प्रोत्साहित करने के लिए डाइजेस्टिव सिस्टम और लिवर में तंत्रिकाओं को जगाती है।
किडनी स्टोन में मददगार
अगर आप किडनी स्टोन से परेशान हैं तो नींबू को अपनी डाइट में शामिल करें। नींबू साल भर आसानी से उपलब्ध होने वाला फल है और इसका सेवन भी आसान है। नींबू पानी पीने से किडनी हेल्दी रहती है, क्योंकि इसमें साइट्रेट की मात्रा अधिक होती है। साइट्रेट कैल्शियम क्रिस्टल को नहीं बनने देता है जिससे किडनी स्टोन की समस्या नहीं होती है।
इंसुलिन संवेदनशीलता को कम करने में सहायक
इस प्रकार नींबू हार्मोन को स्थिर करने में सहायक और अप्रत्यक्ष रूप से वजन घटाने को बढ़ावा देता है। नींबू में पाया जाने वाला एक प्रमुख तत्व पॉलीफेनोल्स है, जो इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में प्रमुख भूमिका निभाता है। इंसुलिन रेजिस्टेंस में वृद्धि से इंसुलिन हार्मोन से कम प्रतिक्रिया होती है, जिसके परिणामस्वरूप ब्लड शुगर का अनियंत्रित लेवल होता है।
विटामिन-सी से भरपूर
नींबू विटामिन-सी का एक अच्छा स्रोत है। रोजाना 1 नींबू लेने से आपकी विटामिन-सी की 1/2 दैनिक आवश्यकता को पूरा करने में मदद मिलती है। शोध से पता चलता है कि विटामिन-सी से भरपूर फलऔर सब्जियां खाने से हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा कम होता है।
गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा
शरीर में गुड बैक्टीरिया के बढ़ने से इम्यूनिटी को बढ़ावा मिलता है। जी हां, नींबू पेक्टिन नामक फाइबर से भरपूर होता है, जो एक प्रीबायोटिक है जो हेल्दी आंत बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देता है। हालांकि, नींबू के गूदे में रस से अधिक पेक्टिन पाया जाता है। इसलिए हर सुबह अपना नींबू पानी तैयार करते समय, जितना हो सके उतना गूदा शामिल करना सुनिश्चित करें।