आज की भागदौड़ की जिंदगी में लोगों का दिनचर्या पूरी तरह से बदल गया है। जिससे लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, आज टाईम से खाना नहीं खाना, टाईम से नहीं सोने और देर रात जगने से कई गंभीर बीमारियों को आमंत्रित कर रहे हैं। वैसा तो इंसान को 7-8 घंटे की भरपूर नींद लेनी चाहिए जिससे उनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है, वहीं अगर आप 5 घंटे से भी कम नींद ले रहे हैं तो आप सावधान हो जाएं ऐसा करने से कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (दिल से जुड़ी बीमारियां) का खतरा बढ़ जाता है. यूरोपियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित एक नया अध्ययन में बताया गया है कि दिन में 5 घंटे से कम सोना आपके दिल को खतरे में डालता है और पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (पीएडी) के विकास की ओर ले जाता है. इसके अलावा, कम सोने के कारण हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा और अन्य दिल से जुड़ी समस्याएं हो सकती है.
पेरिफेरल आर्टरी डिजीज क्या है
पेरिफेरल आर्टरी डिजीज तब होती है जब प्लेक जमा होने के कारण हाथ और पैरों की धमनियां संकरी हो जाती हैं. यह एथेरोस्क्लेरोसिस के प्रमुख लक्षणों में से एक है, जिसमें फैट जमा होने के कारण पैरों और हाथों में खून के फ्लो में रुकावट आती है. पेरिफेरल आर्टरी डिजीज के लक्षण निचले पैर में सुन्नता या ठंडक, पैरों में कमजोर नाड़ी, कूल्हों में दर्दनाक ऐंठन, पैरों में त्वचा का रंग बदलना, पैरों पर घाव जो पूरी तरह से ठीक नहीं होते हैं और पैरों पर बालों का झड़ना है.
हाई ब्लड प्रेशर, टाइप 2 डायबिटीज और मोटापा होने की संभावना अधिक होती है
इसके अलावा, कई और अध्ययनों से पता चला है कि जो लोग दिन में 5 घंटे से कम सोते हैं उनमें हाई ब्लड प्रेशर, टाइप 2 डायबिटीज और मोटापा होने की संभावना अधिक होती है. ये स्थितियां दिल की बीमारी के लिए सभी प्रमुख जोखिम फैक्टर हैं. अपर्याप्त नींद से शरीर में सूजन हो सकती है, जिससे ब्लड वेसेल्स को नुकसान हो सकता है और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है. इसलिए, नींद को प्राथमिकता देना और अच्छे हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए हर रात 7-8 घंटे की अच्छी क्वालिटी वाली नींद का लक्ष्य रखना महत्वपूर्ण है.