अभिनेता प्रेम चोपड़ा बॉलीवुड में विलेन की भूमिका अदा करने के लिए मशहूर हैं। उन्होंने हिंदी फिल्मों में एक से बढ़कर एक किरदार निभाए हैं। ‘प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा’ ‘बॉबी’ फिल्म का यह डायलॉग आज भी दर्शकों को याद है। हाल ही में एक साक्षात्कार के दौरान अभिनेता हिंदी फिल्मों में विलेन की भूमिका पर खुलकर बात करते दिखाई दिए।
प्रेम चोपड़ा जब भी पर्दे पर आते थे दर्शक ये सोचने पर मजबूर हो जाते थे कि अब कुछ गलत होने वाला है। प्रेम चोपड़ा इस विषय में बात करते हुए कहते हैं, ‘पहले बॉलीवुड में हीरो सिर्फ, सिर्फ हीरो की भूमिका अदा करते थे और विलेन ही नेगेटिव किरदार में दिखाई देते थे। अब समय बदल गया है, आजकल हीरो ही विलेन का किरदार निभाते दिखाई देते हैं।
प्रेम चोपड़ा अपनी बात जारी रखते हुए कहते हैं, ‘आप देखिए शाहरुख खान खुद फिल्म ‘डर’ में खलनायक की भूमिका निभा चुके हैं। ऋतिक से लेकर आमिर खान भी विलेन की भूमिका में नजर आ चुके हैं। हमारे समय में जो विलेन थे वही सिर्फ नकारात्मक किरदार निभाते थे। हम पर्दे पर जैसे ही आते थे दर्शकों को अंदेशा हो जाता था कि अब हीरो के साथ कुछ गलत होगा, लेकिन अब समय के साथ सब बदल गया है।’
प्रेम चोपड़ा फिल्म ‘कटी पतंग’, बॉबी’, ‘हरे कृष्णा हरे राम’ और ‘डोली’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में विलेन की भूमिका निभा चुके हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू के दैरान जब उनसे पूछा गया कि वे फिल्म ‘एनिमल’ के विलेन के बारे में क्या सोचते हैं। इस सवाल के जवाब में प्रेम चोपड़ा कहते हैं, ‘सबसे पहले तो आप ये समझिए आज के खलनायकों और मेरे समय की फिल्मों में दिखाए जाने वाले खलनायकों के बीच एक अंतर को।
आज के खलनायकों की एक बैकस्टोरी होती है। जैसे फिल्म ‘एनिमल’ में रणबीर का किरदार इसलिए नकारात्मक हुआ क्योंकि उसके पिता पर हमला हुआ था। हमारे समय में विलेन के किरदारों की कोई बैकस्टोरी नहीं होती थी इसलिए दर्शक हमसे नफरत करते थे और आज के विलेन से दर्शकों को सुहानभूति होती है।’