दिल्ली से कानपुर आ रही स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस (12004) सोमवार दोपहर 1:30 बजे इटावा स्टेशन पहुंची। वहां से जैसे ही चली तो तीन-चार मिनट तक पथराव हुआ। यात्री तुरंत ट्रेन में बीच में खड़े हो गए, कुछ सीट के नीचे हो गए। इस बीच ट्रेन इकदिल स्टेशन पार हो चुकी थी। पत्थर लगने से ई-वन कोच की सीट नंबर 29-30 का शीशा चकनाचूर हो गया। यह बच्चों की शरारत लग रही है। कानपुर सेंट्रल पर ट्रेन दोपहर 3:05 बजे प्लेटफार्म नंबर नौ पर रुकी, तो आरपीएफ टीम मौके पर गई और यात्रियों के बयान लिए।
आरपीएफ कानपुर सेंट्रल प्रभारी बीपी सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। यह भी जानकारी मिली है कि जब ट्रेन के शीशे पर पत्थर लगा, तो बगल से मालगाड़ी भी निकली थी। यह भी हो सकता है कि ट्रैक से पत्थर उछलकर शीशे पर लगा हो।