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छत्तीसगढ़

मेडिकल कॉलेज में सीट कन्फर्म कराने के नाम पर लाखों की ठगी, आरोपी को पुलिस ने दबोचा

बलरामपुर। मेडिकल कालेज में सीट आबंटन का झांसा देकर साढ़े सात लाख रुपये की ठगी के आरोप पर पुलिस ने जगदीशपुर थाना मुफस्सिल जिला गया बिहार निवासी पंकज कुमार (40) को गिरफ्तार किया है। मामले में बलरामपुर पुलिस ने सारी वैधानिक प्रक्रिया पूरी करते हुए शिकायतकर्ता को ठगी की संपूर्ण राशि भी वापस करा दी है।

मिली जानकारी के अनुसार बलरामपुर के ग्राम दहेजवार निवासी सुभाष यादव की पुत्री पुष्पलता यादव का नीट स्कोर 491 आया था। नीट स्कोर के आधार पर कालेज में सीट आबंटन के लिए सुभाष के मोबाइल पर एक फोन आया था। ट्रू कालर में मोबाइल करने वाले का नाम राकेश मिश्रा दिखा रहा था, लेकिन उसने अपना नाम रोहित रंजन बताया था। कॉलेज में सीट मिल जाने का झांसा देकर उसने तीन लाख रुपये ऑनलाइन जमा करने कहा था। आरोपित द्वारा अलाटमेन्ट लेटर भेजने पर शिकायतकर्ता ने उसके बताए खाता नंबर पर तीन लाख रुपये आनलाइन जमा कर दिए थे। आरोपित द्वारा कई बार संपर्क कर कुल सात लाख 56 हजार रूपये व 15 हजार 500 रूपये का डिमांड ड्राफ्ट ले लिया था। बाद में सुभाष यादव की पुत्री का प्रवेश नहीं हो सका। धोखाधड़ी का आभास होने पर उन्होंने थाने में शिकायत की थी।

पुलिस अधीक्षक डा लाल उमेद सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपित को गिरफ्तार करने का निर्देश दिए थे। कार्रवाई में थाना प्रभारी बलरामपुर निरीक्षक नरेन्द्र कुमार त्रिपाठी, उप निरीक्षक अश्विनी सिंह, प्रधान आरक्षक शीपक रंजन शर्मा, विवेकमणि तिवारी, गजेन्द्र भगत, आरक्षक अमित एक्का, कृष्णा हलदार व साइबर सेल बलरामपुर से आरक्षक मंगल सिंह, राजकमल सैनी, राजकिशोर पैंकरा व सुखलाल सिंह का योगदान रहा।

थाना बलरामपुर पुलिस व साइबर सेल ने घटना में प्रयुक्त मोबाइल नंबर और बैंक खातों का डिटेल पता किया। साइबर डाटा के आधार पर आरोपित के नोएडा में होने की जानकारी मिलने पर तत्काल बलरामपुर पुलिस व साइबर टीम ने नोएडा जाकर जांच शुरू की। कड़ी मेहनत के बाद संदिग्ध को पकड़ा गया। उसने अपना नाम पंकज कुमार बताया। नोएडा पुलिस के सहयोग से घेराबंदी कर हिरासत में लेकर बलरामपुर वापस आई थी। आरोपित पंकज कुमार को बलरामपुर लाकर पूछताछ किया गया। न्यायालय से उसका पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ किया गया। उसके पास से घटना में प्रयुक्त छह नग फर्जी खाता के एटीएम डेबिट कार्ड, मोबाईल फोन की जब्ती कार्रवाई कर आरोपित को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। प्रकरण में बलरामपुर पुलिस को प्रार्थी से ठगी हुई पूर्ण राशि को वापसी कराने में सफलता प्राप्त हुई है।

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