रायपुर। अशोका बिरयानी के चार कर्मियों पर एफआईआर दर्ज किया गया है। परिजनों को 15-15 लाख मुआवजा के साथ प्रतिमाह 15 हजार रूपए प्रदान किया जाएगा।
अशोका बिरयानी में हुई मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया था। इसके बाद चार कर्मियों पर एफआईआर दर्ज किया गया। परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा कर दिया था। गृहमंत्री विजय शर्मा रात करीब 1 बजे मौके पर पहुंचे। इस दौरान पीड़ित परिवार को मुआवजा देने और भरण पोषण देने पर सहमति बनी। गृहमंत्री ने अशोका कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस ने चार कर्मियों पर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। तब जाकर परिजन शांत हुए। सुबह 4 बजे लाश को लेकर अंतिम संस्कार के लिए अपने पैतृक ग्राम रवाना हुए। पुलिस ने एमडी केके तिवारी, सीईओ सनाया तिवारी, जीएम रोहित चंद समेत ब्रांच मैनेजर रोमिना मंडल पर नामजद एफआईआर दर्ज किया है। मृतकों में एक सुपरवाइजर था और दूसरा इलेक्ट्रीशियन के तौर पर काम कर रहा था। परिजनों ने आरोप लगाया कि बड़े पद पर थे, इसके बावजूद उन्हें गटर में उतारा गया। ज्ञात हो कि गटन की सफाई के दौरान धमतरी निवासी डेविड साहू 19 वर्ष और नील कुमार पटेल 30 वर्ष निवासी जांजगीर चांपा की मौत हो गई। डेविड 6 बहनों में अकेला भाई था। उस पर सबसे छोटी बहन की शादी की जिम्मेदारी थी। नील कुमार का डेढ़ साल का बच्चा है।