कोरबा। जिले के पसान रेंज के बीजाडांड सर्किल में लोनर हाथियों का आतंक बदस्तूर जारी है। बीती रात हाथी के डर से भाग रहा एक ग्रामीण गिरकर घायल हो गया, जिसे उपचार के लिए पसान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी स्थिति खतरे के बाहर बनी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार यह घटना कटघोरा वनमंडल अंतर्गत बीजाडांड गांव के बाहरी इलाके में आधी रात को घटित हुई। बताया जाता है कि क्षेत्र में दो लोनर हाथी पिछले चार दिनों से विचरण कर रहे हैं, जिसमें खतरनाक लोनर भी शामिल है। यह लोनर बीती रात जंगल से निकलकर बीजाडांड गांव के बस्ती में आ गया और रूपसाय पिता मनबोध नामक ग्रामीण के कच्चे मकान को तोड़ने लगा, जहां वह सो रहा था। इस बीच रूपसाय की नींद खुल गई। वह लोनर के डर से मकान से निकलकर पास स्थित अपने पक्के मकान की ओर भागने लगा। इसी दौरान उसका सामना सामने खड़े लोनर से हो गया और हड़बड़ाहट में गिरकर घायल हो गया। इससे पहले कि लोनर उस पर हमला करता गांव वालों को जानकारी हो गई और उन्होंने टॉर्च जलाकर व शोर-गुल मचाकर हाथी को भगा दिया, जिससे बड़ी घटना होने से बच गई। हाथी के जंगल की ओर जाने के बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी, तब अमला मौके पर पहुंचा और घायल ग्रामीण को उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक घायल को उपचार के लिए सहायता राशि दे दी गई है। उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। लोनर हाथी के आतंक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
इधर कोरबा वनमंडल के लेमरू रेंज में विचरणरत 16 हाथियों का दल अब नकिया पहुंच गया है। हाथियों के इस दल को ग्रामीणों ने देखा और इसकी सूचना वन विभाग को दी। जिस पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर हाथियों की निगरानी में जुट गया है। हाथियों ने नकिया पहुंचने से पहले रास्ते में कई ग्रामीणों के धान फसल को भी रौंद दिया है। कल हाथियों का यह दल उदयपुर व लेमरू रेंज की सीमा पर पहुंच गया था, जिससे हाथियों के अन्यत्र जाने की संभावना बनी हुई थी लेकिन यह दल वापस नकिया लौट गया है। वन विभाग को सावधानी बरतनी पड़ रही है। लेमरू रेंजर जयनाथ गोंड़ ने बताया कि हाथियों के नकिया पहुंचने पर नकिया व आसपास गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क करने का काम भी शुरू कर दिया गया है।