कोरबा। जिले का तापमान 42 डिग्री के पार हो गया है। तापमान बढ़ने के साथ ही बिजली की डिमांड बढ़ने लगी है। गर्मी से बचने के लिए लोग 24 घंटे पंखा, कुलर और एसी सहित अन्य उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं जिसके चलते सोमवार को पिकआवर में बिजली की डिमांड 156 मेगावाट दर्ज की गई। आने वाले दिनों में बिजली की डिमांड 180 से 190 मेगावाट तक पहुंच सकती है, वहीं इस भीषण गर्मी के दौरान ट्रांसफार्मर भी जवाब देने लगे हैं। शहर का एक पॉवर ट्रांसफार्मर फेल हो चुका है, जिससे सुधारने में लंबा समय लग सकता है। विद्युत वितरण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गर्मी में लोड बढ़ रहा है। आने वाले कुछ समय में बिजली की डिमांड 180 से 190 मेगावाट तक पहुंच सकती है।
उपकरण भी देने लगे हैं जवाब गर्मी की वजह से विद्युत आपूर्ति व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। बिजली के उपकरण गर्म होकर खराब हो रहे हैं। कई स्थानों पर ट्रांसफार्मर जल गए हैं। हर वर्ष गर्मी आते ही बिजली की डिमांड बढ़ जाती है। बिजली की खपत बढने का असर शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था पर भी पड़ता है। खपत बढने से ट्रांसफार्मरों में फ्यूज उड़ने के साथ ही कंडक्टर भी टूटने लगा है। ट्रांसफार्मर की क्षमता से अधिक लोड होने से कई ट्रांसफार्मर भी फेल हो रहे हैं। नया मामला पाड़ीमार जोन के अंतर्गत आने वाले बुधवारी सब स्टेशन में देखने को मिला है। जहां पिछले दिनों 5 एमवीए का पॉवर ट्रांसफार्मर फेल हो गया था।
लगातार बढ़ रही फ्यूज काल की शिकायतें शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था के लिए तीन जोन बनाए गए हैं, जिसमें सबसे अहम तुलसीनगर व पाड़ीमार जोन हैं। बताया जा रहा है कि मई के महीने में औसतन सामान्य दिनों में फ्यूज काल 100 से 150 होती है, जबकि अभी प्रतिदिन 200 से 220 के लगभग शिकायतें मिल रही हैं। फ्यूज काल में ज्यादातर शिकायतें बिजली गुल रहने की आती है। कहीं ट्रांसफार्मर में दिक्कत है तो कहीं तार टूट रहे हैं।घरेलू सर्विस वायर में खराबी की शिकायतें आ रही है तो फ्यूज उड़ने की भी शिकायतें दर्ज हो रही है। इन शिकायतों को दूर करने के लिए बिजली वितरण कंपनी के कर्मचारियों मशक्कत करनी पड़ रही है।
