सरगुजा। जिले के मैनपाट के सपलगा स्थित मछली नदी से मिली युवती की लाश के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। सीएएफ के जवान की शादी कहीं और तय हो गई थी लेकिन प्रेमिका प्रेमी का साथ नहीं छोड़ना चाहती थी और प्रेमिका के दबाव में जवान ने शादी रचा ली थी। इसी वजह से पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी थी और लाश को नदी किनारे पत्थर के पास छिपा दिया था। मामला थाना कमलेश्वरपुर क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक सीएएफ के एक जवान ने प्रेमिका के साथ एक माह पहले ही विवाह रचाया था। जवान ने दो मार्च को पत्नी की हत्या कर दी थी। गुनाह को छिपाने के लिए 6 मार्च को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद मैनपाट पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी थी।
दरिमा थाना अंतर्गत ग्राम नवानगर की रहने वाली दिव्या गुलाब कुजूर 25 वर्ष का सीएएफ जवान मनीष तिर्की के साथ पिछले 3 सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती अंबिकापुर में किराए का मकान लेकर स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही थी। वहीं जवान मैनपाट के ग्राम सुपलगा का रहने वाला है और फिलहाल सुकमा में पदस्थ है। आरोपी मनीष तिर्की 31 वर्ष छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल में 18वीं बटालियन का जवान है। दोनों ने कोर्ट में शपथपत्र दाखिल कर शादी रजिस्टर्ड कराई थी। महीने भर पहले दोनों ने कोर्ट में जाकर प्रेम विवाह किया था। इसी बीच 2 मार्च को अचानक युवती लापता हो गई। 6 मार्च को सीएएफ जवान मनीष तिर्की ने कमलेश्वरपुर थाने में पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और ड्यूटी पर सुकमा चला गया। पुलिस मामले की जांच में जुटी थी। इसी बीच बुधवार यानि 15 मार्च की दोपहर ग्राम सुपलगा स्थित मछली नदी की खोह में ग्रामीणों ने युवती की लाश का कुछ हिस्सा देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकलवाया। शव की पहचान गुम युवती दिव्या गुलाब कुजूर के रूप में हुई। जांच में पुलिस को पता चला कि आखिरी बार युवती अपने पति के साथ ही दिखाई दी थी, जिसके कारण पुलिस का शक पति पर गहरा गया। पुलिस ने सीएएफ जवान को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई।पूछताछ में आरोपी ने पत्नी का गला घोट कर मार देने की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। आरोपी ने बताया कि उसकी शादी कहीं और तय हो गई थी लेकिन प्रेमिका अपने प्रेमी से रिश्ता तोड़ने को तैयार नहीं थी और प्रेमिका के दबाव में जवान ने शादी रचा ली थी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी जवान को गिरफ्तार कर लिया है।
