बक्सर। दिल्ली से गुवाहाटी जा रही नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस (12506) बुधवार की रात पटरी से उतर गई। ट्रेन की सभी 21 बोगियां पटरी से उतर गईं, जिनमें एसी-3 टियर की दो बोगियां पलट गईं। हादसे में 4 यात्रियों की मौत हुई है, जिनमें दो पुरूष, एक महिला और एक बच्ची शामिल है।
हादसा बक्सर-आरा के बीच रघुनाथपुर स्टेशन के पास रात में 9 बजकर 35 मिनट पर हुआ। ट्रेन में सवार 100 से ज्यादा यात्री घायल हुए हैं। इनमें 20 लोगों की हालत गंभीर है, जिन्हें एम्स पटना भेजा गया है। अन्य घायलों का स्थानीय अस्पतालों में इलाज चल रहा है। रेल सूत्रों ने बताया कि ट्रैक टूटने से ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतर गए।
हादसे के बाद पटरी दो फीट तक फट गई। ट्रेन के गार्ड ने बताया कि दुर्घटना के वक्त ट्रेन करीब 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। अचानक ब्रेक लगा और ट्रेन डीरेल हो गई। पोल संख्या 629/8 के पास कर्व था। यहां से ट्रेन की चार बोगी निकल गईं। फिर एक-एक कर सभी बोगियां डिरेल होती चली गईं। इस ट्रेन के आधा घंटे पहले एक पैसेंजर ट्रेन (03210) इसी ट्रैक से गुजरी थी।
हादसे के बाद रेलवे के अधिकारियों के द्वारा इंजन बोगी की जांच की जा रही हैं। पटरी टूटने की वजह से अचानक ट्रेन के पहिए जमीन पर रगड़ खाने लगे। कुछ दूर ट्रेन आगे बढ़ी और ट्रेन की बोगी पलट गई। बताया जाता है कि 2 फीट तक पटरी फट गई।
मृतक के परिजनों को 10-10 लाख की मदद
रेलवे ने हादसे में मरने वालों के परिवार को 10-10 लाख की मदद दी है। घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए गए हैं। 10 घायलों को पटना एम्स में भर्ती कराया गया है। इनमें 3 को सीरियस इंजरी है, जबकि 7 लोगों को हल्की चोट लगी है। हादसे के बाद जेपी नड्डा के निर्देश पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी मौके पर पहुंचे।
एनडीआरफ और एसडीआरएफ बचाव कार्य में जुटी
घटना के बाद एनडीआरफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ पटना, आरा और बक्सर से रेलवे की बचाव टीम ने रेस्क्यू शुरू किया। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, पटरी में क्रैक होने की वजह से यह हादसा हुआ। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हादसे के बाद 10 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है वहीं 21 को डायवर्ट कर दिया गया।
ट्रेन पलटते ही खिड़की से बाहर गिरीं मां-बेटी, मौत
आनंद विहार टर्मिनल से सेल्फी लेकर सफर शुरू करने वाले परिवार के चार लोगों में अब सिर्फ 2 लोग ही बचे हैं। आसाम के रहने वाले दीपक भंडारी (39) अपनी पत्नी ऊषा भंडारी (33), जुड़वा बच्चियां आकृति (8) और अदिति (8) के साथ जलपाईगुड़ी जा रहे थे। इकोनॉमी एम 1 में उनकी सीट थी। रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पर जब ट्रेन डीरेल हुई तब मां-बेटी खिड़की से ट्रेन के बाहर गिर गए। हादसे में दीपक की पत्नी और उनकी बेटी आकृति की मौत हो गई। दीपक और अदिति घायल हैं। उनका रघुनाथपुर के समुदायिक स्वास्थ केंद्र में इलाज चल रहा है।
ग्रामीणों ने सबसे पहले शुरू किया रेस्क्यू
ट्रेन डीरेल होने के बाद मौके पर आसपास के ग्रामीण पहुंचे और यात्रियों को निकालना शुरू कर दिया। अंधेरा होने के कारण लोगों को ढूंढने में काफी दिक्कत हुई। कोच में फंसे लोगों को टॉर्च की मदद से निकाला गया। बाद में प्रशासन ने जनरेटर और लाइट की व्यवस्था की। उसके बाद रेस्क्यू तेज हुआ। पटना से दो ट्रेनों को मौके पर भेजा गया। इन ट्रेनों के जरिए हादसे के बाद फंसे यात्रियों को भेजा गया।