गया। गया शहर के डेल्हा क्षेत्र स्थित लोको मैदान में लूट की योजना बना रहे अपराधियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई । पुलिस और अपराधी की ओर से फायरिंग की गई है। फायरिंग में 50,000 का इनामी प्रहलाद मांझी जख्मी हो गया। पुलिस ने उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। साथ ही उसका बयान लेने के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंची है, वहीं घटनास्थल पर भी एसपी सहित कई आला-अधिकारी मौजूद हैं।
घायल अपराधी को गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है।घटनास्थल पर सिटी एसपी रामानंद कुमार कौशल ने पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया।
सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई
पुलिस सूत्रों के अनुसार घायल अपराधी प्रहलाद मांझी मुफस्सिल थाना क्षेत्र का रहने वाला है और लोको क्षेत्र में अपराध को अंजाम देने के लिए अपने साथियों के साथ पहुंचा था। इसकी भनक डेल्हा थाना की पुलिस को मिल गई। तत्काल इसकी जानकारी वरीय अधिकारी को दी गई। वरीय अधिकारी के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया। घेराबंदी कर अपराधी पर फायरिंग की गई। फायरिंग में प्रहलाद मांझी के पैर में गोली लगी है, साथ ही घटनास्थल से कुछ गोली बरामद होने की भी सूचना है।
फिलहाल, घटनास्थल की घेराबंदी कर दी गई है और एफएसएल की टीम भी घटनास्थल पहुंची है। पुलिस की एक टीम घायल शातिर बदमाश और 50,000 के इनामी प्रहलाद मांझी का बयान लेने के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंच गई है, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
फिलहाल घटनास्थल पर पुलिस के कोई भी आला अधिकारी यह बताने को तैयार नहीं है कि दोनों ओर से कितने राउंड की फायरिंग की गई है, लेकिन पुलिस फायरिंग में एक अपराधी के जख्मी होने की पुष्टि हो रही है। फिलहाल लोको क्षेत्र में पुलिस और अपराधी के मुठभेड़ को लेकर कई तरह की चर्चा भी चल रही है।
दरअसल, गया का यह इलाका अति संवेदनशील माना जाता है। यहां रेलवे के कर्मचारियों का आवास है। घटनास्थल से महज 200 मीटर की दूरी पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का प्रतिमा स्थल है, जहां पुलिस और अपराधी के बीच मुठभेड़ हुई।
क्राइम मीटिंग के निर्देश पर खड़े उतर रहे हैं पुलिस पदाधिकारी
पुलिस सूत्रों की माने तो गुरुवार को जिला मुख्यालय में पुलिस पदाधिकारी की अपराध नियंत्रण को लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने मीटिंग की थी। मीटिंग में उन्होंने निर्देश दिया था कि हमें अपराध और अपराधी पर नियंत्रण रखना है, इसके लिए चाहे जो भी कदम उठाना पड़े।
शायद इस दिशा-निर्देश पर खरे उतरने के लिए डेल्हा थाना की पुलिस की अपराधियों के साथ मुठभेड़ हुई। पुलिस की यह मुठभेड़ दूसरे थाना क्षेत्र में अपराधियों के लिए बड़ा संदेश है। या तो वह अपराध छोड़कर कहीं और चले जाएं या फिर शांति व्यवस्था बनाए रखने में मदद करें।