नई दिल्ली: स्वरूप नगर इलाके में 52 साल के मकान मालिक ने किराएदार की नौ साल की बेटी को अगवा कर उसके साथ दुष्कर्म किया और पकड़े जाने के डर से उसकी हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया। बच्ची को कार से ले जाते समय आरोपी सीसीटीवी में कैद हो गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ कर रही है। जुर्म कबूलने के बाद पुलिस गोताखोरों की मदद से नहर से बच्ची के शव की तलाश में जुटी हुई है।
मृत बच्ची अपने माता पिता के साथ स्वरूप नगर इलाके में किराए के मकान में रहती थी। वह सरकारी स्कूल की चौथी कक्षा में पढ़ती थी। उसके माता-पिता इलाके में स्थित फैक्टरी में काम करते हैं। 12 दिसंबर को परिजन फैक्टरी से घर पहुंचे। उनकी बेटी घर से गायब थी। काफी तलाश करने के बाद बच्ची के नहीं मिलने पर परिजनों ने स्वरूप नगर थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत की। पुलिस ने शिकायत पर अपहरण का मामला दर्ज कर लिया।
छानबीन के दौरान पुलिस ने घर के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की। पुलिस को एक फुटेज मिला, जिसमें 12 दिसंबर की दोपहर दो बजे मकान मालिक को एक गोदाम के पास बच्ची को अपनी कार पर बिठाकर ले जाते हुए देखा गया। शक के आधार पर पुलिस 15 दिसंबर को मकान मालिक को हिरासत में लेने के लिए उसके घर पर दबिश दी। पता चला कि मकान मालिक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया है और उसका रोहिणी स्थित एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
वह बयान देने की स्थिति में नहीं था। 17 दिसंबर को पुलिस ने अस्पताल में मकान मालिक से पूछताछ की। शुरुआती पूछताछ में उसने बच्ची को अगवा कर दुष्कर्म करने और फिर उसकी हत्या कर शव को मूनक नहर में फेंकने की बात कबूल कर ली।
परिवार वालों ने की फांसी देने की मांग
घटना से परिवार और आस पास के लोग काफी आक्रोशित हैं। मंगलवार को लोगों ने सड़क जाम कर आरोपी को फांसी देने की मांग की। लोगों का कहना है कि पुलिस को पूरे मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और पता लगाना चाहिए कि आरोपी ने पहले भी तो इस तरह की वारदात को अंजाम तो नहीं दिया है। प्रदर्शन की जानकारी मिलने के बाद पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत करवाया और मामले की गंभीरता से जांच होने की बात कहने पर लोग वहां से हट गए।