कोरबा। बांकीमोंगरा के दो नंबर बस्ती में विगत दिन तड़के 5 बजे जमीन पर सो रही 38 वर्षीय महिला को जहरीले सांप ने काट लिया। अचानक उठकर देखा तो सांप बगल में सो रही एक बच्ची को भी डसने का प्रयास कर रहा था, लेकिन महिला ने तत्काल आवाज लगाकर बच्ची को बचा लिया। घर के अन्य सदस्य और घर में मौजूद मेहमान भी महिला की चीख सुनकर उठ गए।
घटना की जानकारी के बाद पहुंची रेस्क्यू टीम इसके बाद देर रात करीबन 9 बजे कोरबा शहर के जाने माने वाइल्ड लाइफ रेस्क्यू टीम प्रमुख वन विभाग सदस्य जितेंद्र सारथी को फोन के माध्यम से सूचना मिली। उसके बाद कोरबा अपने निवास स्थान से बांकीमोंगरा की लंबी दूरी तय कर स्वयं घटना स्थल पहुंचे।
18 घंटे सांप का रेस्क्यू जहां सांप था। उस स्थान का नाम धान का कोठी है। जहां कोठी खाली थी। कोठी में बिल बना हुआ था। जिसमें सांप घुसा हुआ था। जितेंद्र सारथी ने घर के सदस्यों से पानी मंगाकर उस कोठी में काफी मात्रा में पानी डाला गया, ताकि पानी बिल के अदंर घुसे और सांप ऑक्सीजन लेने के बाहर आये। आखिर में वही हुआ। सांप धीरे-धीरे बाहर आने का प्रयास करने लगा। सांप बिल से अदंर-बाहर हो रहा था। रेस्क्यू टीम के प्रमुख जितेंद्र सारथी ने सभी सदस्यों को घर से बाहर होने और जगह खाली करने को कहा। जिसके बाद सांप बिल से बाहर आया और जितेंद्र सारथी ने सांप को सुरक्षित बाहर निकाला।
रेस्क्यू टीम की आम लोगों से अपील घर के सदस्यों के मुताबिक, घटना कल सुबह 5 बजे की है। आनन-फानन में महिला को जड़ी बूटी की दवा खिलाई गई। इसके बावजूद महिला की हालत में सुधार नहीं होने पर अस्पताल में भर्ती किया गया। जहां उसका इलाज किया जा रहा है। रेस्क्यू करने पहुंची रेस्क्यू टीम के प्रमुख जितेंद्र सारथी ने बताया कि यहां सांप काफी जहरीला है। भारत में ज्यादातर इन सांपों के काटने से लोग बच नहीं पाते हैं। यहीं कारण है कि समय रहते इलाज मिलने की वजह से जान बच गई। सारथी ने मीडिया के माध्यम से सभी आमजनों से अपील की है कि सर्प दंश होने पर अस्पताल जाएं। झाड़ फूंक जड़ी बूटी के चक्कर में न रहें। झाड़ फूंक के चक्कर में ही लोगों की जान चली जाती हैं। —-
